दुनिया नहीं रही अब पहले जैसी………..
दुनिया नहीं रही अब पहले जैसी
हर कोई चाहता हैं
सामने वाले की ऐसी – तैसी
दुनिया नहीं रही अब पहले जैसी
मर मिटते थे लोग
एक दूजे के लिए
पहले सोच थी ऐसी
दुनिया नहीं रही अब पहले जैसी
प्यार पर, एक विश्वास पर
टिकी थी दुनिया
भूल गए सब
रिश्ते – नाते, वादे – कसमें
दुनिया हो गई हैं
आज पैसे के वश में
ना जाने जिंदगी हो गई हैं कैसी
दुनिया नहीं रही अब पहले जैसी
स्वार्थ जिंदगी में ‘छा’ गया हैं
पैसा आज सबको ‘भा’ गया हैं
दुनिया नहीं रही अब पहले जैसी……….
सुरेश के
सुर………..
World is not same as before…
World is not same as before.
Everyone wishes bad
for the other person.
World is not same as before.
People were dying
for each other.
This was the thought
of earlier time.
World is not same as before.
The world was built on
love and trust………
Today world has forgot all
relationships, promises and
oaths.
Today the world is in the
power of money.
We don’t know how
life has become………
World is not same as before.
Selfishness has taken over life.
Everyone wants money today.
World is not same as before…
Suresh Saini