दोस्ती और खुदा……………
हम दोस्ती को ईमान मानते हैं
जमीं पे खुदा की सौगात मानते हैं
हम दोस्ती को जन्नत मानते हैं
उसे खुदा का रुप मानते हैं
खुदा से कुछ छिप नहीं सकता
दोस्ती में कोई राज नहीं रहता
बंदे की हर मुश्किल
हर ख्वाहिश वो पहचान लेता हैं
एक दोस्त सिर्फ जुबां नहीं
धड़कन को भी जान लेता हैं
जब खुदा खुशियां देता हैं
दोस्त उन्हें दोगुना कर देता हैं
और जब कभी गम मिलता हैं
दोस्त उस गम को मिटा देता हैं
एक दोस्त दोस्ती पे कुर्बान हो जाता हैं
पर ये खुदा के हाथ में हैं
वो दोस्ती को निभाने वाला दोस्त भेजे
बहुत किस्मत वाले हैं वो
जिन्हें खुदा दोस्ती की सौगात देता हैं
वो उन्हें खुशी से जीने का वरदान देता हैं ……
सुरेश के
सुर …………
Friendship and God………
I respect friendship.
I consider the friendship
as God’s gift on earth.
I consider friendship as heaven,
take it as God.
Nothing can be hidden from God.
There are no secrets in friendship.
A friend
recognizes every difficulty and wish.
A friend is not just words
even can sense a heartbeat.
When God gives happiness
friend twice them and whenever
I feel sad friend erase that sorrow.
A friend sacrifices for friendship
but it’s in God’s hands to send
a friend who will keep that friendship.
The person is very lucky
to whom God gives
the gift of friendship.
God gives them
the boon of living happily………
Suresh Saini