आजाद परिंदा हूँ………..
मैं आजाद परिंदा हूँ
मालिक का बंदा हूँ
सारी धरती सारा गगन अपना हैं
इस डाल पे बैठू या उस डाल पे
पूर्व में उडू या पश्चिम में
सब जगह मालिक का राज चलता हैं
मैं आजाद परिंदा हूँ
मालिक का बंदा हूँ
मेरी आजादी पे
बस मेरे मालिक का पहरा हैं …………..
सुरेश के
सुर …………
Free bird……………
I am a free bird.
I am the God’s servant.
The whole earth and the sky are mine.
I sit on this branch or that branch,
fly in the east or fly in the west.
The God rules everywhere.
I am a free bird……….
I am the God’s servant.
On my freedom,
just guarding the God.
I am a free bird……….
Suresh Saini